क्या है जगन्नाथ मंदिर का ‘रत्न भंडार’जिसका जिक्र पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में किया, जानें क्या रखा है उसमें

जगन्नाथ मंदिर का यह रत्न भंडार दो भागों में बंटा हुआ है, भीतर भंडार और बाहर भंडार.बाहरी भंडार में भगवान को अक्सर पहनाए जाने वाले जेवरात रखे जाते हैं. वहीं जो जेवरात उपयोग में नहीं लाए जाते हैं, उन्हें भीतरी भंडार में रखा जाता है.

नई दिल्ली: 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सोमवार को ओडिशा में थे.वो लोकसभा (LokSabha Election 2024) और ओडिशा विधानसभा (Odisha Assembly Election 2024)चुनाव के लिए बीजेपी का प्रचार करने गए थे. पुरी में जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रत्न भंडार (Ratan Bhandar of Jagannath Temple) का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जगन्नाथ मंदिर सुरक्षित नहीं है. मंदिर के रत्न भंडार की चाबी पिछले 6 साल से गायब है. उन्होंने चाबी को तमिलनाडु भेजे जाने का जिक्र किया. प्रधानमंत्री के इस बयान पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने पटलवार किया है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री को वोट के लिए तमिलों को बदनाम करना बंद करना चाहिए.

रत्न भंडार का मुद्दा पीएम मोदी ने ट्विटर पर उठाया. उन्होंने एक ट्वीट में ओडिशा की बीजू जनता दल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजू जनता दल की सरकार में पुरी का जगन्नाथ मंदिर सुरक्षित नहीं है.रत्न भंडार की चाबी पिछले 6 साल से गायब है. उनका कहना था कि चाबी तमिलनाडु चली गई है.दरअसल उनका इशारा आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए वीके पांडियन की तरफ था. पांडियन को बीजद प्रमुख नवीन पटनायक का करीबी माना जाता है.

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