अखिलेश यादव का अमरूद को लेकर सवाल, UP सरकार पर कसा तंज

अखिलेश यादव की यह पोस्ट योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष था, जिसने 2018 में शहर का नाम इलाहाबाद से बदलकर प्रयागराज कर दिया था.

नई दिल्‍ली : 

‘इलाहाबादी अमरूद’ या ‘प्रयागराजी अमरूद’? समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार (BJP Government) पर तंज कसा है. भाजपा सरकार ने अपने नौ साल के शासनकाल के दौरान कई शहरों, सड़कों और इमारतों को नया नाम दिया है. ऐसे में अखिलेश यादव का यह सवाल नाम बदलने की इसी सियासत को लेकर था.

अखिलेश यादव ने फलों की तीन टोकरियों के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की है.  यादव ने एक्‍स पर लिखा, “जनता पूछ रही है कि क्या ‘इलाहाबादी अमरूद’ का नाम बदलकर ‘प्रयागराजी अमरूद’ करने का फैसला व्यक्तिगत स्तर पर होगा या कैबिनेट?”

अखिलेश यादव की यह पोस्ट योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष था, जिसने 2018 में शहर का नाम इलाहाबाद से बदलकर प्रयागराज कर दिया था. भाजपा ने दावा किया था कि इसकी प्राचीन पहचान को बहाल करने के लिए यह एक कदम है.

पार्टी ने दावा किया था कि प्रयागराज शहर का “असली नाम” था जिसे मुगल शासक अकबर ने बदलकर इलाहबाद कर दिया था.

यह अपनी तरह का पहला फैसला नहीं था. उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रिटिश काल के रेलवे स्टेशन मुगलसराय का नाम बदलकर बीजेपी विचारक दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रख दिया है. इसके बाद फैजाबाद का नाम नाम बदलकर अयोध्या कर दिया था. मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने उस वक्‍त घोषणा की थी कि “यह वही है जो लोग चाहते थे.”

पिछले कुछ सालों से केंद्र की भाजपा सरकार कस्बों और शहरों के औपनिवेशिक नाम बदल रही है. सरकार का दावा है कि यह भारत को गुलामी की मानसिकता से आगे बढ़ने में मदद करेगा या सिर्फ “पुराने नामों को बहाल करने” और “ऐतिहासिक विकृतियों” को ठीक करने का दावा कर रहा है.

हालांकि विपक्ष नाम बदलने की होड़ की आलोचना कर रहा है और आरोप लगा रहा है कि सरकार शहरों, रेलवे स्टेशनों और सड़कों का नाम बदलकर हर चीज का श्रेय लेना चाहती है.

पहले भी अमरूद को लेकर किया था कटाक्ष 

यह पहली बार नहीं है कि विपक्ष के इंडिया गुट का हिस्सा अखिलेश यादव ने इलाहाबादी अमरूद के जरिए बीजेपी पर कटाक्ष किया है. कुछ साल पहले उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वह एक फल विक्रेता से अमरूद खरीदते नजर आ रहे थे. फोटो के साथ अखिलेश यादव ने लिखा था, “भाई अभी भी सबसे प्रसिद्ध अमरूद ‘इलाहाबादी अमरूद’ कहलाता है या उसका भी नाम बदलकर ‘प्रयागराजी अमरूद’ हो गया है?”

अन्‍य किस्‍मों से खास हैं ये अमरूद 

अमरूद की इलाहाबादी किस्मों (सफेदा, संगम, ललित और सुरखा) का आकार, रंग, गुणवत्ता, बनावट और स्वाद उन्हें फल की बाकी किस्मों की अपेक्षा बेहद खास बनाते हैं.

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