युवाओं को संगीत की ट्रेनिंग देने को लेकर शंकर महादेवन ने कही बड़ी बात, बोले- उन्हें शिक्षित करना मेरा कर्तव्य है

मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन मंगलवार को नागपुर में आरएसएस के विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

नई दिल्ली: 

मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन मंगलवार को नागपुर में आरएसएस के विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्हें वहां मुख्य अतिथियों में से एक के रूप में आमंत्रित किया गया था. इस दौरान उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की. महादेवन ने कहा, ‘मैं विजयदशमी के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देना चाहता हूं. मैं बहुत सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मेरा स्वागत किया गया. मैं आरएसएस को धन्यवाद देना चाहता हूं. प्रमुख मोहन भागवत और संपूर्ण स्वयंसेवक संघ परिवार को. शंकर महादेवन ने  सरस्वती की प्रार्थना के साथ अपना संबोधन शुरू किया और सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं.

‘ब्रेथलेस’ हिटमेकर ने अपने संगीत के माध्यम से युवाओं को ट्रेनिंग करने पर भी जोर दिया. शंकर महादेवन ने कहा, ‘मेरा मानना है कि आने वाली पीढ़ियों को संगीत और गीतों के माध्यम से हमारी संस्कृति को शिक्षित और प्रसारित करना मेरा कर्तव्य है. मैं इसे युवाओं और बच्चों के साथ बातचीत और अपने शो, रियलिटी शो और यहां तक कि फिल्मी गीतों में भी करने की कोशिश करता हूं. मैं केवल उस काम के लिए आशीर्वाद मांग सकता हूं जो आरएसएस परिवार के सदस्यों ने देश के लिए किया है और करेंगे. मैं केवल आपको धन्यवाद दे सकता हूं कि देश में हमारी संस्कृति और परंपरा की रक्षा के लिए किसी ने भी आपके जितना प्रयास नहीं किया है.’

शंकर महादेवन ने कहा, ‘किसी भी धुन में सरगम (संगीत नोट्स) होते हैं, जैसे कंप्यूटर के पीछे बाइनरी कोड होते हैं. इसी तरह, अगर हमारा देश एक गीत की तरह है, तो स्वयंसेवक अलग-अलग समस्याओं और चुनौतियों से निपटने के लिए संगीत नोट्स की तरह हैं.’ इसके अलावा शंकर महादेवन ने और भी ढेर सारी बातें की.

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