एक महीने से सिनेमाघरों में रिलीज है 20 करोड़ में बनी ये फिल्म, हर दिन कमाई करने से नहीं रोक पाया टाइगर 3 भी
टाइगर 3 करीब 450 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. हालांकि अब टाइगर 3 की रफ्तार बॉक्स ऑफिस पर धीमी हो चुकी है, लेकिन एक महीने पहले रिलीज हुई एक फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड बना डाले हैं.
नई दिल्ली:
सलमान खान की टाइगर 3 बीते 12 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. यह फिल्म अब तक करीब 450 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. हालांकि अब टाइगर 3 की रफ्तार बॉक्स ऑफिस पर धीमी हो चुकी है, लेकिन एक महीने पहले रिलीज हुई एक फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड बना डाले हैं. इस फिल्म का बजट भी सिर्फ 20 करोड़ रुपये है. हम बात कर रहे हैं विक्रांत मैसी फिल्म 12वीं फेल की. विधु विनोद चोपड़ा की “12वीं फेल” ने हर किसी को गर्व करने का शानदार मौका दिया है. जी हां, क्योंकि इस फिल्म को लेकर सामने आई एक जबरदस्त अपडेट में पता चला है कि फिल्म ने अपने छठे हफ्ते में 50 करोड़ की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है, जो कुल मिलाकर 50.68 करोड़ है और एक कंटेंट ड्रिवेन सिनेमा के लिए एक शानदार सफलता का संकेत है. विक्रांत मैसी और मेधा शंकर स्टारर ये रियल लाइफ स्टोरी न सिर्फ लोगों के दिलों पर राज कर रही है, बल्कि इसे बॉक्स ऑफिस पर भी जोरदार जीत हासिल हुई है.
इस फिल्म की सफलता प्रामाणिकता और सार से भरपूर कहानियों के प्रति दर्शकों के बीच बढ़ती सराहना को रेखांकित करती है. “12वीं फेल” वर्ड ऑफ माउथ का एक अच्छा उदाहरण बन गई है, क्योंकि इसकी आकर्षक कहानी ने देश भर में चर्चा छेड़ दी है और इसकी सफलता में अहम योगदान दिया है. विधु विनोद चोपड़ा के शानदार डायरेक्शन और विक्रांत मैसी और मेधा शंकर की जबरदस्त परफॉर्मेंस ने इस मिडिल बजट में बनी फिल्म को बॉक्स ऑफिस सनसनी में बदल दिया है. फिल्म की रिलीज से लेकर 50 करोड़ का नेट माइलस्टोन पार करने तक का सफर सिनेमा की दुनिया में दिलचस्प कहानी कहने की एक परफेक्ट मिसाल है.
वैसे जब तक यह फिल्म देश भर में दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचती रहेगी, “12वीं फेल” स्थायी अपील और सफलता का एक चमकदार उदाहरण है जो दिखाता है कि आज की फिल्म इंडस्ट्री में कंटेंट ड्रिवेन फिल्में किस हक तक सफलता पा सकती है. 12वीं फेल की सफलता ने असाधारण कंटेंट में दर्शकों का विश्वास फिर से जिंदा कर दिया है. सच्ची कहानी पर आधारित 12वीं फेल उन लाखों छात्रों के संघर्ष पर आधारित है जो यूपीएससी प्रवेश परीक्षा देते हैं. लेकिन साथ ही, यह उस एक परीक्षा से आगे निकल जाती है और लोगों को असफलता की स्थिति में हिम्मत न हारने और रिस्टार्ट करने के लिए प्रोत्साहित करती है. विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित यह फिल्म अब हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है.