बेमेतरा : जिल मे शिशु संरक्षण माह प्रारंभ : छोटे बच्चों को दी गई विटामिन ए और आयरन की खुराक

जिले में शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ खंडसरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से किया गया। जिला पंचायत के सीईओ श्रीमती रीता यादव ने कल मंगलवार को मास्टर आरव एवं अन्य बच्चों को विटामिन-ए का घोल व आयरन सिरप का खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर कहा, “शासन द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत नौ माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को उनके मानसिक विकास एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए यह खुराक प्रदान की जा रही है साथ ही बच्चों का नियमित टीकाकरण कराकर उनके भविष्य में होने वाली कई बीमारियों से बचाया जा सकता है”।
       

   जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शरद कोहाड़े ने बताया “इस बार 24 अगस्त से 28 सितम्बर तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच किया जा रहा है। बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य हेतु यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों और आंगनबाड़ियों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजना किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग आपसी समन्वय से काम करेंगे। डॉ. कोहाड़े ने बताया, इस कार्यक्रम में 9 माहसे 5 साल के बच्चों को विटामिन ए का घोल दिया जाता है जो 6 माह के अंतराल में देते हैं। अभियान के तहत बच्चों को रतौंधी और एनीमिया से बचाव के लिए विटामिन-ए तथा आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाया जा रहा है। आयरन सिरप का 1 मि.ली. हफ्ते में दो बार दिया जाता है, जिससे कुपोषण कम होता है तथा यह रतौंधी को खत्म करने एवं मानसिक विकास मेंसहायक होता है। साल में दो बार इस माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का उपयोग किया जाता है। आज प्रथम दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में  कुल 82 बच्चों को विटामिन ए एवं आयरन का सिरप कीखुराक दी गई।
       

   डॉ. कोहाड़े ने बताया कि शिशु संरक्षण माह के दौरान बच्चों में कुपोषण के स्तर का आंकलन के लिए उनका वजन लिया जायेगा और पालकों को बच्चों की आयु के अनुरूप पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान आंगनबाड़ियों में भी हितग्राहियों को पूरक पोषण आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भेजा जाएगा। शासन की इस योजना का लाभ सभी महिलाओं सहित मध्यम एवं निम्न वर्ग की महिलाओं  एवं शिशुओं को ध्यान में रखकर अवश्य उठाना चाहिए,जिन्हें पोषक आहार के रूप में आवश्यक भोजन एवं पौष्टिक आहार प्राप्त नहीं हो पाते, ऐसी स्थिति में शासन द्वारा गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी होने पर उन्हें आयरन की गोलियों के साथ अन्य पौष्टिक सिरप एवं दवाइयां स्वास्थ्य केंद्र में दी जाती है। साथ ही होने वाले बच्चे एवं जन्म ले चुके शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता रखते हुए स्वास्थ्य केन्द्र में किये जाने वाले टीकाकरण के अंतर्गत सभी टीकों को अपने शिशुओं को आवश्यक रूप से लगाना चाहिए”।
      

  शिशु संरक्षण माह के शुभारंभ अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडसरा में डॉ. घोष डीएचओ बेमेतरा, डॉ. शरद कोहाड़े खंडचिकित्सा अधिकारी, डीपीएम अनुपमा तिवारी, शोभिका गजपाल आरएमएनसीएच कंसलटेंट, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर पंकज आदिल एवं ब्लॉक के मितानिन भी उपस्थित थी।

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