सूरजपुर : कलेक्टर ने जिले के गणित विषय के शिक्षकों से की संवाद

कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने भविष्य दृष्टि युवा सृष्टि के तहत जिले के समस्त गणित विषय के शिक्षकों से संवाद किया। उन्होंने शिक्षकों से संवाद करते हुए उनकी व्यक्तिगत समस्या, जिला स्तर पर पेंडिंग समस्या, एरियर्स भुगतान एवं अन्य समस्याओं को बताने कहा। कलेक्टर ने स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था एवं अन्य कार्य के लिए सुझाव भी मांगे। उन्होंने आपसी संवाद कर गणित विषय में बच्चों की समझ एवं पढ़ाई के स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सभी शिक्षकों को सकारात्मक सोच के साथ ऊर्जा का संचार कर मोटिवेट किया तथा गणित विषय को कितना प्रभावी ढंग से बच्चों को पढ़ा सकते हैं जिसे पूरे जिले के बच्चों को लाभ मिल सके हमें उन शिक्षकों का चयन करना है जिससे अन्य बच्चों को मोटिवेट कर नई दिशा दे सकें। जिला प्रशासन द्वारा स्कूल एवं कॉलेज के छात्रों को बेहतर शिक्षा एवं कैरियर के लिए भविष्य दृष्टि युवा दृष्टि कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है जिससे छात्र को सही दिशा सही समय मिल सके। उन्होंने आभाषी संवाद, भविष्य संवाद, विद्या संवाद एवं प्रेरणा संवाद के बारे में शिक्षकों को अवगत कराया इसके माध्यम से छात्रों के बीच जाकर भविष्य के संबंध गणित विषय पर बेहतर मोटिवेट कर सकें क्योंकि अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में गणित होता है।

उन्होंने अपने आसपास के बच्चों को दिशा बोधन करने कहा जिससे हमारे जिले के बच्चे इंजीनियरिंग, मेडिकल, आईआईटी एवं अन्य क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाना सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह करते हुए कहा शिक्षक भविष्य निर्माता है, जो छात्र दिशाहीन है उन्हें दिशा दिखा सकते हैं और उन्हें आपसी संवाद कर आईआईटी ,इंजीनियरिंग, मेडिकल के लिए दिशा दिखा सकते हैं, जिससे बच्चे का उज्जवल भविष्य हो सके।  गणित के चयनित शिक्षकों से लाइव क्लासेस में सेवा ली जाएगी जिसमें अधिकांश बच्चे जुड़ेंगे। उन्होंने स्कूल के अध्यापन कार्य के अतिरिक्त सेल्फ मोटिवेट होकर सकारात्मक रूप से बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए आगे आने कहा जिससे बच्चों को हम बेहतर दे सकें। कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने सभी शिक्षकों को मोटिवेट एवं हौसला अफजाई करते हुए कहा कि शिक्षक व्यक्ति का जीवन बदल सकता है.गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए भविष्य दृष्टि युवा सृष्टि के तहत कलेक्टर, एसपी, सीईओ एवं अन्य अधिकारियों द्वारा स्कूल एवं कॉलेजों में जाकर आभाषी संवाद, भविष्य संवाद, विद्या संवाद एवं प्रेरणा संवाद के माध्यम से छात्रों का भविष्य सवारने मोटिवेट किया जा रहा है।

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