रायपुर : छत्तीसगढ़ में बदलाव की बयार : अंदरुनी इलाकों में मोटरसाइकिल से पहुंच रहे कलेक्टर-एसपी

कोण्डागांव कलेक्टर और एसपी जिले की सीमा स्थित दूरस्थ क्षेत्र कुधुर पहुंचे, सुनी जनता की समस्याएं

ग्रामीणों की मांग पर विकास कार्यों की स्वीकृति दी

तुमड़ीवाल में 5 हैण्डपंप, कुधुर-धर्माबेड़ा मार्ग में 6 पुलिया निर्माण और कुधुर में वन-धन केंद्र की होगी स्थापना

सड़क-पुल निर्माण के जरिये 3 जिलों के सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्र की बदलेगी तस्वीर

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में बदलाव की बयार चल पड़ी है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सुदूर व अंदरुनी इलाकों तक भी प्रशासन पहुंच बढ़ रही है। आमजन की समस्या को जानने और उनके निराकरण के लिए अब हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज कोण्डागांव जिला के कलेक्टर श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल मोटरसाइकिल के माध्यम से जिले के सीमावर्ती गांव कुधुर व गुमियापाल पहुंचे। यहां जिला कलेक्टर व एसपी ने आमजनों की समस्या सुनी तो उनकी मांग और आवश्यकताओं के अनुरूप विकासकार्यों की स्वीकृति भी दी। गौरतलब है कि कुधुर जिले के सीमावर्ती गांव होने के साथ ही धुर नक्सल प्रभावित इलाका भी है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में शासन-प्रशासन तक आमजनों की पहुंच बढ़ाने के लिए अनेक कवायद किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं भी संपर्क-संवाद-समाधान के उद्देश्य से प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान चला रहे हैं। प्रशासनिक अमले को भी जनता तक पहुंचकर उनके हित में कार्य करने के निर्देश हैं। ऐसे में आज कोण्डागांव कलेक्टर श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर जिले के सीमावर्ती धुर नक्सली प्रभावित क्षेत्र कुधुर पहुंचकर कुधुर-तुमड़ीवाल मार्ग पर भंवरडीह नदी में पुल निर्माण स्थल का मुआयना किया। इसके साथ ही कुधुर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम गुमियापाल में इंद्रावती नदी और भंवरडीह नदी के संगम स्थल का जायजा लिया।

योजनाओं के लाभ पर ली जानकारी :
अपने भ्रमण के दौरान कलेक्टर और एसपी ने कुधुर में ग्रामीणों से रू-ब-रू होकर खेती-किसानी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना की सहायता राशि का भुगतान, बच्चों की पढ़ाई, आंगनबाड़ी केन्द्र में माताओं एवं बच्चों को पोषण आहार की सुलभता समेत अन्य समस्याओं पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बस्तर अंचल के 3 ज़िलों बस्तर, नारायणपुर एवं कोण्डागांव की सीमाओं में अवस्थित जिले के ग्राम पंचायतों तुमडीवाल एवं कुधुर क्षेत्र में सड़क और पुल निर्माण के जरिये विकास कार्यों को सुनिश्चित करने ग्रामीणों को आश्वस्त किया।

ग्रामीणों को राहत देने की पहल :
ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर श्री सोनी ने तुमडीवाल में पेयजल व्यवस्था के लिए 5 हैण्डपम्प स्थापित करने, कुधुर-धर्माबेडा मार्ग पर 6 पुलिया निर्माण के लिए 36 लाख रुपये की स्वीकृति तथा कुधुर में वन-धन केन्द्र की स्वीकृति एवं चिरौंजी प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की स्वीकृति दी। इसके साथ ही तुमडीवाल एवं कुधुर ग्राम पंचायतों में मनरेगा से भूमि समतलीकरण, डबरी एवं तालाब, मिट्टीकृत सड़क निर्माण इत्यादि रोजगारपरक कार्य शुरू करने कहा। कलेक्टर श्री सोनी ने मनरेगा की मजदूरी भुगतान के लिए मर्दापाल ग्रामीण बैंक में हर सप्ताह एक दिन निर्धारित किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। वहीं योग्य युवक को व्हीएलई नियुक्त करने कहा। इससे इस इलाके में ग्रामीणों को घर पहुंच मजदूरी भुगतान, पेंशन सहित अन्य योजनाओं की राशि का भुगतान सुनिश्चित हो सकेगी। उन्होंने ग्रामीणों एवं युवाओं से क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने पर चर्चा करते हुए कहा कि सड़क-पुल निर्माण होने से शिक्षा-स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली इत्यादि मूलभूत सुविधाओं की सुलभता सहित अन्य विकास के कार्यों को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने ग्रामीणों एवं युवाओं को सड़क-पुल निर्माण एवं अन्य विकास गतिविधियों में व्यापक सहभागिता निभाने की समझाईश देते हुए तुमडीवाल एवं कुधुर ग्राम पंचायतों के निर्धन युवाओं की समिति बनाकर उन्हें किराना दुकान, कपड़े की दुकान, हार्डवेयर सामग्री की आपूर्ति कार्य, कृषि यंत्र, वनोपज प्रसंस्करण करने सहायता प्रदान किये जाने कहा। इसके साथ ही भंवरडीह नदी के किनारे स्थित खेतों में सोलर सिंचाई पंप स्थापित कर तरबूज, पपीता सहित साग-सब्जी उत्पादन के लिए मदद देने आश्वस्त किया।

ग्रामसभा में फौती-नामांतरण सहित कृषकों का होगा पंजीयन :
कलेक्टर श्री दीपक सोनी और एसपी श्री दिव्यांग पटेल ने तुमडीवाल एवं कुधुर के ग्रामीणों से चर्चा करते हुए उनकी मांग पर विशेष ग्रामसभा के दौरान बी-वन का वाचन कर फौती-नामातंरण करने सहित समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने के लिए सभी किसानों का पंजीयन किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस दिशा में आगामी एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही सुनिश्चित करने कहा। वहीं वन विभाग और कृषि विभाग का शिविर आयोजित कर वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण के प्रस्ताव, वन-धन केन्द्र संचालन के लिए स्व-सहायता समूह का चयन करने सहित सोलर सिंचाई पंप स्थापना, रबी फसल हेतु किसानों का चयन एवं बीज की सुलभता इत्यादि सुनिश्चित किये जाने कहा। इसके साथ ही तुमडीवाल एवं कुधुर में जल जीवन मिशन के कार्यों को शीघ्र प्रारंभ किये जाने के निर्देश दिये। ग्रामीणों के अवगत कराये जाने पर तुमडीवाल ग्राम पंचायत में स्वीकृत विद्युतीकरण कार्य को अतिशीघ्र शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होने ग्राम गदमगुड़ा की आबादी को ध्यान में रखते हुए उक्त ग्राम में आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों की दी।

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।

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