रायपुर : कृषि प्रदर्शनी में मुख्य आकर्षण: ड्रोन से खाद तथा दवाईयों के छिड़काव की तकनीक

प्रतिदिन 500 से अधिक कृषक हो रहे किसान पाठशाला में सम्मिलित

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022 अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई’’ के दौरान 14 से 17 अक्टूबर, 2022 तक फार्मटेक एशिया अन्तर्राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी एवं कृषक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आधुनिक कृषि की नवीनतम प्राद्यौगिकी, नवाचारों एवं कृषकोपयोगी उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण ड्रोन तकनीक से घुलनशील खाद, कीटनाशक एवं फफूंदनाशक छिड़काव का जीवंत प्रदर्शन है जिसकी कृषकों द्वारा बहुत सराहना की जा रही है। कृषि प्रदर्शनी एवं कृषक सम्मेलन में किसान पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रति दिन लगभग 500 से अधिक किसानों की समस्याओं का समाधान वैज्ञानिकों द्वारा किया जा रहा है तथा पाठशाला के दौरान कृषकों को कृषि की आधुनिक प्रौद्योगिकी, तकनीकों, कृषि यंत्रों, उन्नत बीजों, खाद, उर्वरक, कृषि से संबंधित अन्य विषयों का एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि लगभग 15 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में आयोजित इस प्रदर्शनी में देश भर की 130 से अधिक कृषि उत्पाद एवं कृषि यंत्र निर्मित करने वाली कम्पनियों के स्टॉल लगाए गये हैं। प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के किसान भाई खेती किसानी की आधुनिकतम तकनीकों एवं उत्पादों से रूबरू हो रह हैं। प्रदर्शनी में कृषि वैज्ञानिक, कृषि सलाहकार तथा व्यापारी वर्ग भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। प्रदर्शनी के दौरान किसानों एवं आम जनता को कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि अभियांत्रिकी तथा अन्य विभागों से संबंधित कृषक कल्याण योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी जा रही है। प्रदर्शनी में उद्यानिकी फसलों की उन्नत खेती, पौध उत्पादन एवं संरक्षित खेती, जैविक कृषि, कम लागत में उत्तम खेती की विधि का प्रदर्शन किया गया है। मड़ई में नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी, कृषि उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय भी किया जा रहा है, जिनमें विकसित फर्म उपकरण एवं उन्नत कृषि यंत्र, उन्नत सिंचाई प्रणाली (ड्रिप एवं स्प्रिंकलर), उन्नत बीज, उर्वरक एवं कीट नाशक, जैव उर्वरक एवं रसायन, संरक्षित खेती के उपकरण, सौर पम्प तथा अन्य उपयोगी कृषि उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा लगाये प्रदर्शनी जिसमें फसल विविधिकरण का जीवंत प्रदर्शन किया गया है, उसे कृषकों द्वारा सराहा जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई में कृषक भ्रमण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान कृषकों को प्रतिदिन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान प्रक्षेत्रों, सुनियोजित कृषि विकास केन्द्र एवं प्रयोगशालाओं का भ्रमण करवाया जा रहा है, इस दौरान कृषकों द्वारा सुनियोजित कृषि विकास केन्द्र प्रक्षेत्र में लगे अमरूद की अतिसघन बागवानी व इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित छत्तीसगढ़ रसभरी-1 की प्रथम किस्म का जीवंत प्रदर्शन का अवलोकन कर लाभन्वित हो रहे हैं।

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।

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