स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों को बचाव और रोकथाम के लिए जारी किए दिशा-निर्देश

सैंपलों की जांच में तेजी लाने कहा, यथासंभव आरटीपीसीआर जांच के निर्देश

कोविड अनुरूप व्यवहारों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने कहा

राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों को इससे बचाव और रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने कोरोना के संभावित मरीजों के सैंपल की जांच में तेजी लाने को कहा है। विभाग द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने सभी जिलों के कलेक्टर को परिपत्र जारी कर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पत्र का उल्लेख करते हुए सभी कलेक्टरों से कहा है कि विगत कुछ दिनों से देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के संक्रमण की दर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। देश के कुछ राज्यों जैसे केरल में 26.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 21.7 प्रतिशत, गुजरात में 13.9 प्रतिशत और कर्नाटक में 8.5 प्रतिशत संक्रमण दर है, जो अधिक है। परन्तु संक्रमण के कारण रोग की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की दर एवं मृत्यु दर कम है।

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की दर में सतत वृद्धि को देखते हुए सर्दी, खांसी और जुकाम के लक्षण वाले लोगों की लगातार निगरानी करने और ऐसे मरीजों की कोरोना जाँच के निर्देश दिए हैं। विभाग ने ऐसे जिलों जहां प्रतिदिन कोरोना जांच की संख्या कम है, वहां जांच बढ़ाने को कहा है। प्रत्येक जिले में रोजाना कम से कम 100 सैंपलों की जांच करने को कहा गया है। विभाग ने निर्देशित किया है कि सैंपलों की जांच यथासंभव आरटीपीसीआर विधि से ही किया जाए, जिससे कि पॉजिटिव मामलों के सैंपल को व्होल जीनोम सिक्वेसिंग (Whole Genome Sequencing) के लिए भेजा जा सके। विभाग ने सभी जिलों को कोविड-19 के उपचार के लिए अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन बिस्तर, आईसीयू बिस्तरों, वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन, दवाईयों इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने जनसामान्य के बीच कोविड अनुरूप व्यवहार (Covid Appropriate Behavior) के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए हैं। विभाग ने सर्दी, खांसी, जुकाम एवं बुखार के लक्षण वाले व्यक्तियों की तत्काल कोविड-19 जांच कराने के लिए कहा है। बुजुर्गों तथा डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, कैंसर, किडनी आदि बीमारियों के पीड़ितों एवं कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचने कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने भीड़-भाड़ एवं कम हवादार वाले स्थानों में मास्क लगाने, खांसते एवं छींकते समय रुमाल या टिश्यू पेपर से मुंह एवं नाक को ढंकने, सर्दी-जुकाम वाले व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचने तथा व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखते हुए समय-समय पर हाथ धोते रहने के बारे में लोगों को जागरूक करने को कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed