कांग्रेस जब लड़ रही है, तब ऐसा करना दुर्भाग्य की बात है; गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर बोली पार्टी

गुलाम नबी आजाद ने संगठनात्मक चुनाव से पूर्व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने नेतृत्व पर आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी के साथ ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया।

कांग्रेस ने पाटी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा कि यह अत्यंत दुख की बात है कि जब कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ रही है तो उस समय यह त्यागपत्र आया। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते थे कि आजाद जैसे वरिष्ठ नेता विपक्ष और जनता की आवाज को बल देंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं किया।

वहीं, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गुलाम नबी का पार्टी छोड़ना बहुत अफसोसनाक है। ध्रुवीकरण, मंहगाई और बेरोजगार के मुद्दे पर बीजेपी को हम कड़ी टक्कर दे रहे हैं, लेकिन इस वक्त गुलाम नबी जैसे वरिष्ठ नेता ने साथ छोड़ दिया। यह अफसोस की बात है। उन्होंने कहा कि त्यागपत्र में कही गई बातें तथ्यपरक नहीं हैं, इसका समय भी ठीक नहीं है।

पूर्व कांग्रेस नेता ने पार्टी आलाकमान पर साधा निशाना
पूर्व कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने आजाद के इस्तीफे को लेकर पार्टी आलाकमान पर निशाना साधा। कुमार ने कहा कि गुलाम बनी आजाद का इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कांग्रेस पार्टी और देश के लोकतंत्र के लिए दुखद दिन है। इन सबके बावजूद पार्टी खुद को बदलने से इनकार कर रही है। यही वजह है कि सीनियर नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं, वे अलग-थलग और अपमानित महसूस कर रहे हैं।

यह इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका: उमर अब्दुल्ला
वहीं, नेशनल कांफ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे को पार्टी के लिए बड़ा झटका बताया है। उन्होंने कहा एक इतनी पुरानी पार्टी का पतन देखना ‘दुखद’ और ‘खौफनाक’ है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘लंबे समय से ऐसी अटकलें थीं… कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका है। शायद हाल के दिनों में पार्टी छोड़ने वाले वह सबसे वरिष्ठ नेता हैं, उनका इस्तीफा बेहद दुखद है। इतनी पुरानी पार्टी का पतन होते देखना दुखद और खौफनाक है।’

आजाद ने त्यागपत्र में पार्टी लीडरशिप पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने संगठनात्मक चुनाव से पूर्व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने नेतृत्व पर आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी के साथ बड़े पैमाने पर ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया। आजाद के इस्तीफे को, पहले से ही समस्याओं का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी पर एक और आघात माना जा रहा है। पूर्व में कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं जिसमें कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार आदि शामिल हैं।

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