भारत को बेचा रिकॉर्ड तेल, अब रूस में भारतीय स्टोर्स खोलने पर हो रही बात… BRICS में बोले पुतिन

पुतिन ने कहा कि सभी समस्याओं और कठिनाइयों के बावजूद, ब्रिक्स देशों के व्यवसाय, व्यापार, वित्त और निवेश के क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों को लगातार बढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कहा कि रशियन फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम ब्रिक्स देशों के बैंकों को जोड़ने के लिए खुली है।

मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत समेत ब्रिक्स देशों के साथ के साथ व्यापारिक संबंध बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने भारत को रिकॉर्ड तेल की सप्लाई की है। अब हम भारतीय चेन स्टोर्स को रूस में खोलने के लिए बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी बिजनेस सर्किल और ब्रिक्स देशों के बिजनेस कम्युनिटी के बीच संपर्क में तेजी आई है। यही कारण है कि रूस का व्यापार ब्रिक्स देशों के साथ तेजी से बढ़ रहा है। ब्रिक्स की बैठक में रूस, भारत, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रप्रमुख हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

‘कठिनाइयों के बावजूद ब्रिक्स देशों से बढ़ा रहे व्यापार’
पुतिन ने कहा कि सभी समस्याओं और कठिनाइयों के बावजूद, ब्रिक्स देशों के व्यवसाय, व्यापार, वित्त और निवेश के क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों को लगातार बढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कहा कि रशियन फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम ब्रिक्स देशों के बैंकों को जोड़ने के लिए खुली है। दरअसल, यूक्रेन पर हमले के कारण रूसी बैंकों को अंतरराष्ट्रीय स्विफ्ट सिस्टम से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में रूस ने दूसरे देशों के बैंकों के साथ लेनदेन करने के लिए नए फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम को तैयार किया है।

इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के लिए बना रहे वैकल्पिक तंत्र
रूसी राष्ट्रपति ने बताया कि ब्रिक्स भागीदारों के साथ, हम इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के लिए विश्वसनीय वैकल्पिक तंत्र विकसित कर रहे हैं। रशियन फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम ब्रिक्स देशों के बैंकों के साथ जुड़ने के लिए खुली है। रूसी एमआईआर भुगतान प्रणाली अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है। हम ब्रिक्स देशों की मुद्राओं के आधार पर एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं।

रूस और ब्रिक्स देशों में तीन महीने में 38 फीसदी बढ़ा व्यापार
पुतिन ने कहा कि सभी समस्याओं और कठिनाइयों के बावजूद, ब्रिक्स देशों के साथ व्यवसाय, व्यापार, वित्त और निवेश के क्षेत्रों में पारस्परिक संबंध लगातार बढ़ रहे हैं। उदाहरण के लिए, इस वर्ष के पहले तीन महीनों में, रूसी संघ और ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार में 38 फीसदी की वृद्धि हुई है। दोनों पक्षों के बीच व्यापार 45 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।

भारतीय स्टोर खोलने पर कर रहे बातचीत
साथ ही, पुतिन ने यह भी कहा कि रूसी बिजनेस सर्किल्स और ब्रिक्स देशों के व्यापारिक समुदाय के बीच संपर्क तेज हो गया है। उदाहरण के लिए, रूस में भारतीय चेन स्टोर खोलने, चीनी कारों, उपकरणों और हार्डवेयर की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बातचीत चल रही है। बदले में, ब्रिक्स देशों में रूस की उपस्थिति बढ़ रही है। चीन और भारत को रूसी तेल के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

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