जम्मू-कश्मीर: पुलिस के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर ढेर, कई बाहरी मजदूरों की हत्याओं में था शामिल

मारा गया आतंकी नागरिकों और बाहरी मजदूरों की कई हत्याओं में शामिल था। इसके अलावा वह सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड अटैक में भी शामिल था। पुलिस ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए उसके खिलाफ पहले से ही केस थे

जम्मू-कश्मीर में पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। शनिवार को अनंतनाग जिले में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर ढेर हो गया। यह गैर-स्थानीय लोगों और सुरक्षा कर्मियों पर हमले समेत कई घटनाओं में शामिल था। पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान कुलगाम के रेडवानी बाल निवासी निसार अहमद डार उर्फ मुसैब के रूप में हुई है।

पुलिस ने कहा कि सिरहामा गांव में आतंवादी की मौजूदगी के बारे में अहम सूचना मिलने पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था। जैसी तलाशी दल आतंकियों के ठिकाने के पास पहुंचे उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। आतंकियों ने सुरक्षबलों पर अंधाधुंध गोली भी चलाई थी।

पुलिस ने कहा है कि मारे गए आतंकी का शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, मारा गया दहशतगर्द पिछले साल अप्रैल से सक्रिय था। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम की सराहना की और आतंकवादी के खात्मे को एक बड़ी सफलता करार दिया।

उन्होंने कहा कि मारा गया आतंकी नागरिकों और बाहरी मजदूरों की कई हत्याओं में शामिल था। इसके अलावा वह सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड अटैक में भी शामिल था। पुलिस ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए उसके खिलाफ पहले से ही कई केस दर्ज थे। भोले-भाले युवाओं को आतंकवादी रैंकों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में भी डार ने अहम भूमिक निभाई थी। ताकि आतंकवाद को पुनर्जीवित किया जा सके। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने गोला-बारूद और आपत्तिजनकर सामग्री भी बरामद किया है।

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