बीजापुर से अबूझमाड़ क्षेत्र तक पहुंच हो जाती आसान तो बेदरे से महाराष्ट्र के भंवरागढ़ की दूरी 20 किमी रह जाती
अबूझमाड़ में बीजापुर जिले में इंद्रावती नदी पर बन रहा 1 किमी लंबा पुल 4 साल में भी पूरा नहीं हो पाया है। काम शुरू होने के दो साल बाद नक्सलियों ने इंजीनियर को अगवा कर लिया था। इसके बाद से काम बंद है। पुल के लिए 6 पिलर और 1 एप्रोच बने हैं। पुल बनने से बेदरे से महाराष्ट्र के भंवरागढ़ तक की दूरी महज 20 किमी रह जाएगी। वहीं ज्यादा नुकसान नक्सलियों को होगा। वे यहीं से अबूझमाड़ में आते हैं। अबूझमाड़ में ऑपरेशन चल रहे हैं। फोर्स ने अबूझमाड़ को टारगेट किया है। जहां अमूमन बड़े कैडर के नक्सलियों का जमावड़ा रहता है। जिस रास्ते से नक्सली महाराष्ट्र से छग आते हैं, वहां जवानों के लिए इंद्रावती लक्ष्मण रेखा बनी है। इंद्रावती के इस पार गणतंत्र लागू है, वहीं पार करते ही 1 किमी के आगे से नक्सलियों का गनतंत्र शुरू हो जाता है। उनकी ही हुकूमत चलती है। इस पार छग की सीमा पर नदी के किनारे सीएएफ का कैंप है, लेकिन यहां दहशत ऐसी है कि नदी तक जाने में नक्सलियों की गोलियों का शिकार होने का खतरा रहता है।
जहां पुल बन रहा है, वहां, नदी के किनारे बैरियर भी लगा है। इसे पार करते ही नक्सलगढ़ शुरू हो जाता है। लोग बताते हैं कि यहां सरकार और प्रशासन तक नहीं पहुंच पाए। नदी के इस पार यहां जवान बिना नेटवर्क सहित अन्य सुविधाओं के चौबीसों घंटे इंद्रावती नदी पर हर आने-जाने वालों पर नजर रखते हैं। पुल से नक्सलियों का अबूझमाड़ इलाके में काफी हद तक साम्राज्य खत्म हो जाएगा। वहीं बीजापुर से कुटरू होते हुए नागपुर तक एक नया रास्ता भी खुल जाएगा। पुल से नागपुर की दूरी 350 किमी तक हो जाएगी। यहां व्यापार-व्यवसाय में भी बढ़ोतरी होगी, जिससे नक्सलियों को नुकसान होगा। नारायणपुर जिले के नुगुर, टेकेला, उंडिये, कोड़े, लंका नक्सलियों के वर्चस्व वाले इलाकों में जहां ग्रामीण 20 से 25 किमी तक पैदल चलकर बेदरे बाजार पहुंचते हैं, उन्हें भी आने-जाने में खासी सुविधाएं मिलेंगी। सेतु संभाग से कर रहे पत्राचार: बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने कहा कि बीजापुर में इंद्रावती 140 किमी तक बहती है। बेदरे पुल जल्द पूरा करने पीडब्ल्यूडी के सेतु संभाग से पत्राचार किया जा रहा है। विकास के लिए ये पुल जरूरी है। इंद्रावती पर 975 मीटर और एप्रोच के साथ 1 किमी लंबा पुल बनना 2020 में शुरू हुआ। 2022 तक यहां 6 पिलर खड़े कर दिए। बेदरे की तरफ से कुछ एप्रोच का काम भी किया, लेकिन 2022 में काम देखने पहुंचे इंजीनियर को नक्सलियों ने अगवा कर लिया। हालांकि उन्हें छोड़ दिया, लेकिन इसके बाद से काम ठप है। अबूझमाड़ का एक बड़ा हिस्सा देश-दुनिया से कटा है। दंतेवाड़ा। बीजापुर जिले में इंद्रावती नदी पर बेदरे में बन रहे पुल के लिए केवल 6 पिलर ही बन सके। में नक्सलियों ने काम देखने आए इंजीनियर को अगवा कर लिया था तब से काम है बंद पुल नहीं होने से ग्रामीण दूसरी ओर जाने इसी तरह जान जोखिम में डाल इंद्रावती पार करते हैं।