बलौदाबाजार में सीमेंट प्लांट की विस्तार योजना का विरोध:रावन में ग्रामीणों ने जताई आपत्ति, प्रदूषण और रोजगार को लेकर लगाए गंभीर आरोप
बलौदाबाजार जिले में सीमेंट प्लांट की खदान विस्तार योजना को लेकर आयोजित लोक सुनवाई में ग्रामीणों ने विरोध किया। सुहेला तहसील के पांच गांवों के निवासियों ने गंभीर आपत्ति दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने बताया कि खदान संचालन से तालाब का पानी दूषित हो गया है और धूल प्रदूषण से स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। ओवरलोड वाहनों से सड़कें क्षतिग्रस्त हैं और दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। स्थानीय युवाओं को रोजगार का वादा भी पूरा नहीं हुआ। प्रदूषण इतना है कि लोग छत पर कपड़े तक नहीं सुखा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने अपने आरोपों में कन्वेयर बेल्ट से गिरे पत्थरों से दो लोगों की मौत और नेताओं की रिश्वतखोरी का भी जिक्र किया। कंपनी ने ग्रीन बेल्ट भी नहीं बनाई। पानी का संकट इतना गंभीर है कि तिल्दाबांधा में युवाओं की शादी तक प्रभावित हो रही है। वही 722.834 हेक्टेयर क्षेत्र में उत्पादन क्षमता 7.50 से बढ़ाकर 11.80 मिलियन टन प्रतिवर्ष करने की योजना पर भी आपत्ति जताई। कंपनी के प्रतिनिधि ने रोजगार, स्वास्थ्य और पर्यावरण सुधार का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण इसे महज दिखावा मान रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले वादे भी पूरे नहीं हुए, इसलिए नए आश्वासनों पर भरोसा नहीं है।