कुसुम स्टील एंड पॉवर प्लांट में बड़ा हादसा:20 दिन पहले लगा साइलो टैंक ओवरलोड से गिरा; आधा दर्जन मजदूर दबे, 1 की मौत
रायपुर-बिलासपुर रोड पर सरगांव से लगे गांव रामबोड़ स्थित कुसुम स्मेल्टर स्टील एंड पॉवर प्लांट में गुरुवार को दोपहर भारी भरकम साइलो टैंक गिर गया। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर दब गए। इनमें से एक की मौत हो गई। देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलता रहा। मौके पर कमिश्नर महादेव कावरे के अलावा आईजी डॉ. संजीव शुक्ला व पूरी टीम मौजूद रही। साइलो टैंक को 20 दिन पहले ही इंस्टाल किया गया था। इसमें क्षमता से ज्यादा राख लोड होने के कारण गिर गया। प्रारंभिक तौर पर इंस्टालेशन में गड़बड़ी के कारण हादसा होने का अनुमान है। रामबोड़ में तीन साल पहले कुसुम स्मेल्टर प्लांट शुरू हुआ था। इसके डायरेक्टर आदित्य अग्रवाल हैं। यहां गुरुवार दोपहर एक बजे बड़ा हादसा हो गया। प्लांट में डस्ट को गर्म करने वाला साइलो टैंक अचानक नीचे गिर गया। मौके पर काम कर रहे मजदूर निकल नहीं पाए और टैंक में जमा गर्म राख में दब गए। टैंक के नीचे करीब आधा दर्जन मजदूरों के दबे होने की बात कही जा रही है। मौके पर प्लांट के कर्मचारियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम उन्हें बाहर निकालने के काम में जुटी है। देर रात तक टैंक के नीचे दबे एक भी मजदूर को बाहर नहीं निकाला जा सका था। वहीं हादसे में घायल एक अमेरीकापा के मजदूर मनोज घृतलहरे को बिलासपुर निजी अस्प्ताल भेजा गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले उसने दम तोड़ दिया। प्लांट प्रबंधन के साथ आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में प्लांट के भीतर और बाहर डटे हुए हैं। जानिए… क्या है साइलो टैंक बड़े आकार की टंकी को औद्योगिक शब्दावली में साइलो कहा जाता है। इसका इस्तेमाल एश, पानी समेत कई तरह की चीजों को भरने के लिए प्लांट में किया जाता है। कुसुम स्मेल्टर में जो साइलो गिरा है, वह पॉवर प्लांट के फर्नेस (भट्टी) से जुड़ा था। जहां से कोयला जलने के बाद गर्म कोयले की राख (एश) बैक फिल्टर से होते हुए साइलो टैंक तक पहुंचाया जाता था। इसे समय-समय पर खाली किया जाता है, ताकि टैंक पर लोड न हो। मेंटेनेंस नहीं कराने का आरोप और हंगामा भी
कर्मचारियों ने बताया कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही से हुआ है। अंदर इंस्टाल किए गए उपकरणों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं कराई जा रही थी, जिसके चलते यह घटना हुई। प्लांट विस्तार के काम में जल्दबाजी का खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ा। इसके साथ हंगामा भी किया गया। आंखों देखी – एक साथी के दोनों पैर कट गए, नीचे 5 से 6 लोग फंसे गुरुवार को दोपहर 1.06 बजे अचानक धड़ाम से साइलो टैंक नीचे गिर गया। मौके पर करीब 5 से 7 लोग काम कर रहे थे। हम सभी दौड़कर भागे। दो लोगों को तुरंत वहां से लेकर निकले। एक साथी का दोनों पैर कट गया था। दूसरे को सिर पर गंभीर चोट आई थी। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस बीच, एक की मौके पर मौत हो गई। कन्वेयर बेल्ट में खराबी और डस्ट होने के कारण उन्हें बाहर निकालने में भी देरी हुई। टैंक के नीचे अभी भी 5 से 6 साथी दबे हैं।जैसा कि भास्कर को हेल्पर किशन वर्मा ने बताया। मौके पर टैंक को हटाने का काम किया जा रहा है। इस संबंध में प्लांट प्रबंधन से बात की गई है। उन्होंने तीन मजदूरों के नीचे दबे होने की जानकारी दी है। उन्हें बाहर निकालने के लिए प्रबंधन और प्रशासन की पूरी टीम मौके पर जुटी हुई है। -डॉ. संजीव शुक्ला, आईजी