EVM नहीं बैलेट पेपर से होगा निकाय चुनाव:डिप्टी CM साव ने कहा- बोर्ड परीक्षा से पहले नगर निगम और पंचायत के चुनाव होंगे
छत्तीसगढ़ के निकाय चुनाव बैलेट पेपर से करवाए जाएंगे। इसकी जानकारी प्रदेश के डिप्टी CM अरुण साव ने दी। साव ने कहा कि EVM का इस्तेमाल निकाय चुनावों में नहीं होगा। बैलेट पेपर का ही प्रयोग करने का फैसला सरकार ने लिया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि उम्मीदवार अधिक होने की वजह से ऐसा किया जाता है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने शुक्रवार को रायपुर में मीडिया से कहा- प्रदेश में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ होंगे। दोनों चुनाव में वोट बैलेट पेपर से डाले जाएंगे। इसकी तैयारी राज्य निर्वाचन आयोग ने कर ली है। साव ने बताया कि, पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सरकार ने बहुत पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।इस बार बहुत सारी चीजें हुई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पालन में आरक्षण पद्धति बदली गई। पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया और उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आरक्षण हो रहा है। इसी प्रकार निकायों में महापौर और अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का निर्णय लिया गया है। इस बीच कई नए निकाय बने हैं। नगर पंचायतों को नगर पालिका बनाया गया हैं। इन सब की तैयारी में काफी समय लगा। डिप्टी सीएम साव ने कहा कि, नगरीय निकायों में 7 जनवरी तक अध्यक्ष और महापौर पद के लिए आरक्षण निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जैसे ही आरक्षण की प्रकिया समाप्त होगी, उसकी सूचना चुनाव आयोग को भेजी जाएगी और उसके बाद वे चुनाव के कार्यक्रम घोषित करेंगे। साव ने बताया कि, पहले मतदाता सूची साल में एक बार तैयार की जाती थी। अब हर तीन महीने में सूची बनाने का निर्णय लिया है, ताकि नए मतदाताओं को अपने नाम जुड़वाने में आसानी हो। उन्होंने कहा कि, बोर्ड परीक्षा मार्च से शुरू हो रही है। उम्मीद है कि सभी चुनाव बोर्ड परीक्षा से पहले करा लेंगे।