1 लाख महिलाएं देखेंगी- साफ पानी मिल रहा या नहीं:प्रदेशभर में ट्रेनिंग देकर 58 हजार नए जल मितान तैयार करने जा रही सरकार

राज्य सरकार ग्रामीण जल आपूर्ति के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट, मेंटेनेंस और वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग के लिए वर्क फोर्स तैयार कर रही है। जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे इस काम के लिए और 58 हजार युवाओं को ट्रेनिंग देकर जल मितान के रूप में तैयार किया जाएगा। दरअसल, राज्य सरकार इन युवाओं को प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल, सोलर और आरओ रिपेयरिंग की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार देने की योजना पर काम कर रही है। गांवों में पानी की गुणवत्ता पर नजर रखने का जिम्मा महिलाओं को दिया जा रहा है। इसके तहत हर गांव में कम से कम 5 महिलाओं की तैनाती की जा रही है, जो पानी की जांच के साथ ही जलकर (वॉटर टैक्स) जमा करने के लिए भी लोगों को प्रेरित कर रही हैं। इस काम के लिए प्रदेश के 19 हजार गांवों से 1 लाख 9 हजार महिलाएं चुनी गई हैं। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में योजना के सफल होने के बाद अब इसे प्रदेश स्तर पर लागू किया जा रहा है। राज्य में 13 हजार युवाओं को पहले ही ट्रेनिंग दी जा चुकी है। आने वाले समय में 71 हजार युवा जल मितान के रूप में सेवाएं देंगे। बता दें कि जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन को जोड़ने के लिए राज्य में ये तरीका अपनाया है। गांव के वॉटर एंड सेनिटेशन कमेटी में कार्यरत महिलाओं को इस काम के लिए चुना गया है। ग्राम सभा ने इन महिलाओं को जल बहिनी के रूप में चुना है। इनमें से बहुत सी महिलाएं गांव की सरपंच भी हैं।
जल बहिनी कैडर तैयार किया जा रहा
अफसरों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में जल बहिनी कैडर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। आने वाले समय में यह अन्य राज्यों के लिए मॉडल हो सकता है। राज्य सरकार ने वॉटर गवर्नेंस के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण, निर्णय लेने की क्षमता, सामुदायिक स्वामित्व और स्थानीय नेतृत्व के गुण विकसित करने के लिए ये निर्णय लिए हैं।
ये जिम्मेदारी:
{वॉटर गवर्नेंस {वॉटर टैरिफ कलेक्शन {क्लोरीनेशन {मेकेनिक व ऑपरेटर के साथ काम करना फील्ड टेस्ट किट से जांच की जाएगी- पानी कैसा है पानी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट दी गई है। पीएचई विभाग की तरफ से इन महिलाओं को ये किट उपलब्ध कराई गई है। ये जल बहिनी गांवों में फील्ड टेस्ट किट की मदद से साल में एक बार रासायनिक मापदंडों पर जल की गुणवत्ता का परीक्षण करेंगी। जबकि बारिश के पहले और बाद में वे दो बार बैक्टीरियोलॉजिकल मापदंडों पर पानी जाचेंगी। ये जल बहिनी सामुदायिक संगठनों की जल जीवन मिशन में अपनी प्रभावी भागीदारी भी सुनिश्चित करेंगी।
सलाह- ट्रेनिंग से सक्षम बनाएं विशेषज्ञों ने जल बहनियों को प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें और सशक्त बनाने का सुझाव सरकार को दिया है। इसमें आधुनिक तरीकों के साथ वॉटर मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के उपयोग, कौशल विकास, वित्तीय प्रबंधन की ट्रेनिंग शामिल है। जल बहनियों को जल शासन ढांचे में शामिल करें। जल बहिनी कैडर बन रहा
गांवों में पानी की गुणवत्ता की टेस्टिंग के लिए प्रदेश में जल बहिनी कैडर बन रहा है। इससे सभी तरह के जल स्रोतों पर नजर रखने की योजना है। पानी जांचने जल बहिनी को टेस्ट किट दी जा रही है।-अरुण साव, उप मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़