मानव तस्करी का शिकार होने से बची चार नाबालिग लड़कियां:यूपी जाने से पहले उदयपुर पुलिस ने रोका, दलाल युवक हिरासत में
सरगुजा जिले के उदयपुर में पुलिस ने चार नाबालिग लड़कियों को मानव तस्कर के चुंगल से छुड़़ाया। चारों नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने का झांसा देकर उत्तरप्रदेश ले जाया जा रहा था। पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में देखकर उन्हें रोक लिया। मामले में पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया है। नाबालिगों को सीडब्लूसी को सौंप दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, उदयपुर के सानीबर्रा इलाके की चार नाबालिग लड़कियों को आटो में बैठा देखकर उदयपुर पुलिस ने उनसे पूछताछ की। उनके साथ एक युवक भी आटो में बैठा था। युवक संदीप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। चारों नाबालिग लड़कियों को परिजनों की जानकारी के बिना ही ले जाया जा रहा था। CWC ने की नाबालिगों से पूछताछ
पुलिस ने चार नाबालिग लड़कियों के साथ दो नाबालिग लड़कों को भी बरामद किया। लड़कियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें उत्तरप्रदेश में अच्छी मजदूरी मिलने का झांसा देकर ले जाया जा रहा था। वे घर से परिजनों को जानकारी दिए बिना एक ऑटो में बैठकर उदयपुर पहुंच गए थे। नाबालिग लड़कियों को सीडब्लूसी को सौंप दिया गया। सीडब्लूसी ने पूछताछ के बाद नाबालिगों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस हिरासत में लिए गए संदीप से पूछताछ कर रही है। नहीं थम रही मानव तस्करी
सरगुजा जिले से पिछले 5 साल में 500 लड़कियां गायब हुई, इसमें से 14 लड़कियों को पुलिस अब तक नहीं खोज पाई है। 5 साल के भीतर सरगुजा से 85 लड़के गायब हुए, जिसमें से आठ का अब तक पता नहीं चल सका है। सरगुजा जिले से 1102 महिलाएं गायब हुई, इसमें से 333 महिलाओं का अब तक सुराग नहीं लगा है। मानव तस्करी पर जारी है कार्रवाई
सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने कहा कि मानव तस्करी रोकने पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की टीम लोगों को जागरूक कर रही है। पुलिस स्कूलों में पहुंच कर भी बच्चों को जागरुक कर रही है। आदिवासी इलाकों में बच्चे अभी पूरी पढ़ाई नहीं कर रहे हैं और स्कूल छोड़ दे रहे हैं। इसके बाद वे दलालों के झांसे में आ जाते हैं।