“सिविल सेवा के माध्यम से नियुक्त अधिकारी होते हैं…”: केंद्रीय मंत्री का विवादित बयान

केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू, जो ओडिशा के एक सांसद हैं, ने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके निवास के ठीक पीछे है, और शुरू में वो इसका बहुत सम्मान करते थे लेकिन अब यह बदल गया है.

बालासोर (ओडिशा): 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू ने यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त कई अधिकारियों को ‘डकैत’ बताकर विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि एक “मुर्गी चोर” को दंडित किया जा सकता है, लेकिन खनिज माफिया चलाने वाले एक अधिकारी को छुआ तक नहीं जा सकता क्योंकि सिस्टम उसकी रक्षा करता है.

केंद्रीय आदिवासी मामलों और जलशक्ति राज्य मंत्री ने बालासोर जिले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की.

उनके उक्त बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.  पीटीआई वीडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सका है. वीडियो में टुडू ने जोर देकर कहा, ” मुझे ये लगता था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है, वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं. लेकिन अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से क्वालिफाई हुए हैं उनमें से ज्यादातर डकैत हैं. मैं 100 प्रतिशत नहीं कहता, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं.”

गौरतलब है कि UPSC देश का प्रमुख केंद्रीय भर्ती आयोग है, जो एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करता है और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति करता है. मंत्री, जो ओडिशा के एक सांसद हैं, ने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके निवास के ठीक पीछे है, और शुरू में वो इसका बहुत सम्मान करते थे लेकिन अब यह बदल गया है.

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