रायपुर : हार्वर्ड विश्वविद्यालय करेगी रूरल इण्डस्ट्रियल पार्क योजना में सहयोग

राज्य योजना आयोग की पहल पर रीपा को बेहतर तरीके से लागू करने गौठानों से जुड़े स्व-सहायता समूहों और अधिकारियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण

हार्वर्ड विश्वविद्यालय डिजाइनिंग लैब के प्रतिनिधि ने दिया मार्गदर्शन

अमेरिका की हार्वर्ड विश्वविद्यालय अब छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘रूरल इंडस्ट्रियल पार्क’ (रीपा) योजना में सहयोग करेगी। राज्य योजना आयोग एवं ट्रांसफार्मिंग रूरल इंडिया फांउडेशन के बीच संपादित हुए एमओयू के माध्यम से हार्वर्ड विश्वविद्यालय के डिजाइन लैब द्वारा योजना आयोग भवन में एक एवं 2 दिसम्बर को दो दिवसीय ‘कम्युनिटी डिजाईन फेसिलिटेटर‘ विकसित करने हेतु कार्यशाला का आयोेजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने की। समारोह में योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह, हार्वर्ड विश्वविद्यालय से डॉ. एन्द्रे नौगेरिया, रीपा के नोडल अधिकारी श्री गौरव सिंह एवं टीआरआईएफ के प्रबंध निदेशक श्री अनिश कुमार ने अपने महत्वपूर्ण विचार रखे और गौठानों से जुड़े अधिकारियों एवं स्व-सहायता समूह के सदस्यों को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

श्री प्रदीप शर्मा ने रीपा योजना में सहयोग के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रीपा गांव की समृद्धि को एक नया आयाम देने वाली योजना है, जिसकी प्लानिंग गंभीरता से की जा रही है। इसके विविध पहलुओं पर ध्यान देते हुए योजना में नॉनफार्म गतिविधियों पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिए डिजाईन थिंकिंग से योजना क्रियान्वयन हेतु हार्वर्ड की मदद महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि रीपा योजना के अंतर्गत विविध क्षेत्र जैसे वनोपज, सेवा आधारित उद्योग, एफएमसीजी इत्यादि को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
डॉ. एन्द्रे नौगेरिया ने समारोह में जिलों से आए गौठान समिति के सदस्य एवं इनके साथ आए नोडल अधिकारियों को डिजाईन थिंकिंग फ्रेमवर्क को कैसे सोसियल, पब्लिक पॉलीसी में उपयोग किया जा सकता है इसके बारे में विस्तार से समझाया।

योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह ने शासन की महत्वपूर्ण योजना रीपा मंे सहयोग करने के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सहभागियों से रीपा को सफल बनाने के लिए बेहतर प्लान के साथ काम करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिये समाज के सभी वर्गो की भागीदारी आवश्यक है। जो विकास की मुख्यधारा से छुटे हुये हैं उसको सम्मिलित करना इस योजना का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। राज्य योजना आयोग इस महत्वपूर्ण योजना की सफलता के लिये हर तरह से सहायता देने का प्रयास करेगा ।
कार्यशाला मंे रायपुर, रायगढ़, कांकेर एवं बस्तर जिले के चयनित ग्राम गोठान समिति के सदस्य, प्रतिभाशाली उद्यमी एवं स्वसहायता समूह के सदस्यों तथा बिहान के सीईओ सुश्री एलीस लकड़ा तथा एसपीएम एवं डीपीएम ने जमीनी स्थिति के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम में श्री मुक्तेश्वर सिंह, श्री प्रशांत चिन्नापानवर, श्री श्रीश कल्याणी, सुश्री निरजा कुद्रीमोती, श्री अभय तिवारी एवं सुश्री यामिनी लहरे मौजूद थीं। कार्यक्रम का संचालन श्री राजीव त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन राज्य योजना आयोग के सदस्य श्री अनुप श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।

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