बेंगलुरु में बच्चों ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम से खेल के साथ-साथ जिंदगी के सबक भी सीखे
माता-पिता की प्यार भरी देखभाल से वंचित और चुनौतीपूर्ण बचपन से गुजर रहे बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के साथ बिताया दिन
नई दिल्ली :
विंद्या, गौरी और अभिषेक (बदले हुए नाम) बेंगलुरु और उसके आसपास बाल सेवा संस्थानों में रहते हैं और एक चुनौतीपूर्ण बचपन से गुजर रहे हैं. वे माता-पिता की प्यार भरी देखभाल से वंचित हैं और अनोखी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. लेकिन गुरुवार का दिन इन बच्चों के लिए एक रोमांचकारी दिन था जिसे वे शायद जीवन भर नहीं भूलेंगे.
यह तीनों बच्चे अपने जैसे 50 बच्चों के साथ 19 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के स्टार क्रिकेटरों से मिले जो विश्व कप मैच के लिए बेंगलुरु में थे. टीम का नेतृत्व किसी और ने नहीं बल्कि कप्तान पैट कमिंस और उनके साथियों डेविड वार्नर, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल, ट्रैविस हेड, कैमरून ग्रीन, मार्कस स्टोइनिस, जोश हेज़लवुड, मिशेल स्टार्क और टीम के सहयोगी स्टाफ ने किया.
बच्चे उनसे मिले और उनसे खेल के सबक के साथ-साथ ज़िंदगी के सबक भी सीखे. उन्होंने हंसी-मजाक करते हुए एक अच्छा समय बिताया. उन्होंने क्रिकेटरों से सवाल-जवाब भी किए और अपनी टी-शर्ट और कैप पर ऑटोग्राफ लिया.
बच्चों को कप्तान पैट कमिंस ने प्रेरित करते हुए बताया कि किस तरह जिंदगी में चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता की ओर बढ़ सकते हैं. ये यादें और अविस्मरणीय चीज़ें, यह बच्चे ज़िंदगी भर संजोकर रखेंगे.
दुनिया भर में बाल अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और यूनिसेफ (UNICEF) द्वारा शुरू की गई क्रिकेट4गुड पहल के हिस्से के रूप में बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों से मुलाकात की. आईसीसी और यूनिसेफ के बीच वैश्विक साझेदारी बच्चों, युवाओं और सभी से लैंगिक समानता के लिए #बनोचैंपियन का आह्वान किया है.
क्रिकेट और सामान्य तौर पर कोई भी खेल, हमारे समय के कुछ गंभीर मुद्दों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. क्रिकेट4गुड आईसीसी का वैश्विक समुदाय आउटरीच कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए क्रिकेट की विशाल शक्ति और पहुंच का लाभ उठाना है.